प्रकृति का कहर सब लाचार है प्रकृति के सामने उम्मीद है सरकार अन्नदाता की मदद के लिए उचित कदम उठाएगी
प्रकृति का कहर सब लाचार है प्रकृति के सामने उम्मीद है सरकार अन्नदाता की मदद के
लिए उचित कदम उठाएगी और किसानों को राहत मिलेगी #झांसी #ललितपुर में किसानों पर कहर
बनकर टूटा किसानों पर आफत का बोझ अन्य दाता ने दिन और रात मेहनत करके एक एक पाई से
किसानों ने खेती की हमारे खेत खलियान अच्छे खेले इस बार पर प्रकृति की मार से किसने
की खेती नष्ट हो गई बेचारे लाचार किसने की स्थिति दयनीय हो गई है कभी सूखी जमीन से
उनके खेतीयों को नष्ट होता है तो कभी पानी से तो कभी ओले पड़े जाते है खेती किसानी
के लिए किसान लोन लेकर खेती-बाड़ी करते हैं बच्चों की तरह उनका पालन पोषण करते हैं
और अंत में उनको ईश्वर का कहर बन कर टूट गया और किसान बर्बाद हो गया सरकार
अन्नदाताओं की सुनेगी और उनको मुआवजा जल्द से जल्द मिले जिससे किसानों की स्थिति
ठीक-ठाक हो सके।
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