21वीं सदी भारत की तो है ही साथ में महिलाओं की भी है राज्यपाल आनंदीबेन पटेल

झांसी बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी में 29 वा दीक्षांत समारोह का आयोजन में जीवन और पर्यावरण के पांच तत्व आकाश वायु जल पृथ्वी और अग्नि पर काव्यपाठ से हुआ हुआ है में कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने मेधावियों को स्वस्वयं अपने हाथों से मेडल पहनाए हैं मेडल पहनते छात्रों के चेहरे खुशी से झलक उठे राज्यपाल ने कहा है कि शिक्षा से ही दुनिया का विकास होगा और भारत नई ऊंचाइयों पर जाकर देश का नाम रोशन करने करेगा। विद्यार्थियों के लिए यह नया जीवन की शुरुआत का प्रतीक है और विश्वविद्यालय के लिए उपलब्धियां को और आगे बढ़ने का यह छात्रों को अवसर मिला है भारत के लोग विश्व सामाजिक और सांस्कृतिक समृद्धि का संदेश पुरी दुनिया को देते हैं। एक साथ डिजिलॉकर पर 21706 यू जी पी जी की उपलब्धियां डिग्री अपलोड कर दी गई है 36 कुलाधिपति पादक 110 शोध उपाधि 46 विनय विन्यासीक्रत डिग्री अपलोड कर दी गई
कुलपति प्रो मुकेश पांडे ने अपने भाषण में कहा की यह बुंदेलखंड की धरती और झांसी में जहां 1857 की स्वतंत्रता संग्राम की समृद्ध सौर एवं महारानी लक्ष्मी के प्राणों के उत्सर्ग की कहानी लिखी गई है जहां वेदव्यास जी वाल्मीकि जी गुरु स्वामी तुलसीदास जी राष्ट्र कवि मैथिलीशरण गुप्त वृंदावन लाल वर्मा जैसे श्रेष्ठ सहितकारों को जन्म मिला धरती भगवान श्री राम के वनवास काल की भी साक्षी बनी हैं। कहा विश्वविद्यालय को NAAC से ए प्लस प्लस मिलने पर 24 से 25 में अभी तक इस बार सबसे अधिक प्रवेश हुए हैं। यह हमारे विश्वविद्यालय के लिए एक सहारणीय जीवित उदाहरण हैं। नेक ए प्लस प्लस ग्रेड प्रदान करने के बाद विश्वविद्यालय को 100 करोड़ के अनुदान की स्वीकृति हुई हैं। जो भारत सरकार द्वारा परियोजना के अंतर्गत देश के 481 राज्य विश्वविद्यालय में से मात्र 35 विश्वविद्यालय को चिन्हित कर 100 करोड रुपए के अनुदान की स्वीकृति प्रदान की गई थी जिसमें बुंदेलखंड विद्यालय का भी नाम आया था यह पैसा उन छात्रों के लिए खर्च होगा डिजिटल लर्निंग रिसोर्स उपलब्ध कराने स्किल्स ओरिएंटड पाठ्यक्रम के संचालन रोजगार स्टार्टअप प्लेसमेंट के प्रदोष सहन राष्ट्रीय शिक्षा नीति के गुणवत्तापूर्ण शोध पर खर्च किया जा रहा है। सी एसआर के अंतर्गत विश्वविद्यालय परिसर में 250 किलो वाट का सोलर प्लांट ने स्थापित किया गया हैं।
कुलाधिपति ने भाषण में बताया कि नालंदा विवि विश्वविद्यालय काफी पुराना था आजादी के 65 साल बाद तक यहां पर कुछ नहीं हुआ था अब उसको सावरा जा रहा है पहले की तरह और बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा हैं। उन्होंने अपने भाषण में कहा है कि पर्यावरण के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक पहल शुरू की गई थी जिसमें उन्होंने कहा था एक पेड़ मां के नाम तो राज्यपाल महोदय ने वहीं भारी मन से पूछा कि अभी तक अपनी मां के नाम पर किस-किस ने पेड़ लगाया है। वह हाथ ऊपर कर लो इससे यह पता चलता है। गुजरात में पेड़ लगाने का अभियान चलाया गया था नरेंद्र मोदी ने वन विभाग से 10 साल का आंकड़ा मांगा तो पता चला आंकड़े के अनुसार कागजों में इतने पौधे लगा दिए थे की उतनी जमीन भी वन विभाग के पास नहीं थी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका की यात्रा पर भारत से चुराई गई 300 सांस्कृतिक धरोहरों को वापस कराया है। कुलाधिपति ने दीपावली की सभी छात्रों को शुभकामनाएं एवं बधाई दी और मिट्टी के दिए जलाने को प्रधानमंत्री के मेक इन इंडिया को प्रसोहित करने की कहा कुलाधिपति ने कहा है कि बुंदेलखंड में डिफेंस कॉरिडोर का केंद्र झांसी है जहां रानी लक्ष्मीबाई ने एक नारी के रूप में पूरे देश में अपनी पहचान बनाई इस झांसी की पावन धरा पर डिफेंस कॉरिडोर में रक्षा उपकरण से संबंधित मिसाइल कारतूस बंदूक सेना के लोगों की वर्दी आदि सामान बनाए जाएंगे पहले लोग बुंदेलखंड को एक पिछड़ा और बेरोजगार पलायन की नजर से देखते थे यहां पर बुंदेलखंड में सुख समझकर बुंदेलखंड में इंडस्ट्री नहीं लगाने आते थे आज प्रधानमंत्री के विजन के द्वारा नमामि गंगे योजना चलाई जिसमें आज घर-घर नल से जल पहुंच रहा है और बुंदेलखंड जो पहले सूखा कहा जाता था आज बुंदेलखंड सबसे ज्यादा हरा-भरा और यहां का स्वच्छ वातावरण की नजर से देख रहे हैं कुलाधिपति ने 21वीं सदी को महिलाओं की सदी बताते हुए कहा है की लड़कियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं आज बात की जाए झांसी की तो जल सहेलियों ने विलुप्त हो रही घुरारी नदी को पानी से लव लाभ भर दिया है और उन्होंने बोरी से डेम बनकर तैयार कर दिया था और आज बुंदेलखंड अपने आप में एक नाई ऊंचाइयों को छू रहा है यह बुदेलखंड के लिए गर्भशाली है
दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि डॉ जी सतीश रेड्डी ने अपने भाषण में उन्होंने कहा सैन्य उपकरण आयात होते थे मगर अब भारत सबसे बड़ा निर्यात का केंद्र बन गया है पृथ्वी अग्नि आकाश नाग ब्राह्मण आदि मिसाइल बनाकर विश्व के शीश पांच देशों में भारत शामिल हो गया अब स्वयं लड़ाकू विमान बना रहा है भारत 50000 करोड रुपए के उपकरण निर्यात करने है यह बात दीक्षांत समारोह मुख्य अतिथि ने कही है। 10 साल में शिक्षा के क्षेत्र में परिवर्तन देखा है हर राज्य में आईआईटी और नित है 4.4 करोड़ विद्यार्थी हर साल उच्च शिक्षा अध्ययन करने जा रहे हैं दुनिया में शोध प्रशासन में भी तीसरे स्थान पर है भारत आज भारत में 1.50 लाख से ज्यादा स्टार्टअप है 15 से 20 साल पहले फीस इंजीनियरिंग संस्थान से पढ़कर करीब तीन चौथाई बच्चे विदेश चले जाते थे वह आज यह अनुपात देश में रुकने वालों का है मेक इन इंडिया के बाद से उद्योग को एक नई ऊंचाई मिली है आज भारत विश्व के 29 देश में शामिल है जो लड़ाकू विमान बना सकते हैं और आज भारत अपनी एक नई उपलब्धियां को छू रहा है आज भारत में हर जगह पर भारत को एक वैश्विक लीडर के रूप में देखा जाता है।
योगिंद उपाध्याय उच्च शिक्षा मंत्री झांसी शिक्षा मंत्री ने कहा है की साहित्यिक धर्म और आस्था का संगम झांसी है झांसी की भूमि संस्कृति एवं साहित्यिक भूमि है। खूब लड़ीं मारदानी झांसी वाली रानी लक्ष्मीबाई थीं। सभी छात्राओं को मेडल प्राप्त हुए हैं,मैं उन सभी को बधाई देता हूं। कुछ सपनों के मर जाने से कुछ नहीं हो जाता है। आपने परिवार के लिए, राष्ट्र के लिए जीवन में कुछ लक्ष्य प्राप्त करना होगा
उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी ने अपने भाषण में कहा है। झांसी की रानी की बेटियों,बहनों,आप झांसी का नाम रोशन कर रही हैं। आप कहां से कहां बड़े स्तर पर विभाग के HOD के रूप में काम कर रहें हैं। हमें सभी को सोचने और समझने की ज़रूरत है कि हम सब अपनी पहचान कैसे बना रहे हैं। आपके और भी लक्ष्य होंगे। आपने जो भी सोचा होगा, वह आपका होगा। पर्यावरण और जलवायु को कैसे सुरक्षित रख पाएंगे, ये सब हमारी जिम्मेदारी है, तो सकारात्मक विचार के साथ आगे बढ़ें। जो सिर्फ आपके परिवार के लिए नहीं, पूरी सृष्टि के लिए करना होगा। मानव में संवेदनाएं होती हैं, जो व्यक्ति को सृष्टि की ओर ले जाती हैं। हमें सभी को राष्ट्र के हित के लिए सोचना चाहिए,सृष्टि के लिए सोचना चाहिए। ये हमारे लिए है, हमें जीवन में बांधना है। शिक्षक को पढ़ना के साथ आपने जीवन से भी सीखना चाहिए शिक्षक को अपने छात्रों को अपने आचरण और व्यवहार से सिखाना चाहिए।

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